यूँ ख़ुशी-ख़ुशी अब तो वक्त बिता रहे हो,
अच्छा है, किसी के काम तो आ रहे हो,
दे रहे उसे ख़ुशी, गम अपने छिपा रहे हो,
क्यूँ अपने दिये को, आसुओं से जला रहे हो,
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अच्छा है, किसी के काम तो आ रहे हो,
दे रहे उसे ख़ुशी, गम अपने छिपा रहे हो,
क्यूँ अपने दिये को, आसुओं से जला रहे हो,
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