शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2011

कुछ तो लोग - 2


डॉ. आशुतोष मन ही मन में

चेहरा वो छुपा रहे हैं,
दर्द-ए-हाल से,
पर्दा तो हटा दो,
चेहरा-ए-नूर से,

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