कत्रीना कैफ - Katrina Kaif |
उफ़ यह तेरा घूरना यह तेरा मुस्कराना,
दिल पर मेरे इस कलम से तेरा लिखना,
जुल्फों के इस साए में समां जाने को जी चाहता है,
आखों कि इस सोखी में समां जाने को जी चाहता है,
तेरी इस अदा पर मर मिटने को जी चाहता है,
तेरी मुस्कराहट में बस जाने को जी चाहता है,
ख्वाबों कि मल्लिका का ख़िताब तुझे मैंने दिया,
तेरी खूबसूरती तेरी अदा का हक़ मैंने अदा किया,
तुझे ग़रूर नहीं है तेरे हुश्न का यह मैंने कह दिया,
तू झांकती है दिल के अन्दर मैंने महसूश किया,
कत्रीना ये तेरा हुश्न है कि, आखों को ताजगी देता,
तेरी खूबसूरती का आलम दिल को सुकून देता,
दिल पर मेरे इस कलम से तेरा लिखना,
जुल्फों के इस साए में समां जाने को जी चाहता है,
आखों कि इस सोखी में समां जाने को जी चाहता है,
तेरी इस अदा पर मर मिटने को जी चाहता है,
तेरी मुस्कराहट में बस जाने को जी चाहता है,
ख्वाबों कि मल्लिका का ख़िताब तुझे मैंने दिया,
तेरी खूबसूरती तेरी अदा का हक़ मैंने अदा किया,
तुझे ग़रूर नहीं है तेरे हुश्न का यह मैंने कह दिया,
तू झांकती है दिल के अन्दर मैंने महसूश किया,
कत्रीना ये तेरा हुश्न है कि, आखों को ताजगी देता,
तेरी खूबसूरती का आलम दिल को सुकून देता,
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