चन्द इशहार
इश्क में हारे हुए के, चन्द जख्म, कुरेदते रहते हैं, न लगाते मरहम,
शनिवार, 8 अक्टूबर 2011
कृतिका कामरा - 5
कृतिका कामरा
तेरे नूर से,
मुझे भी नूर मिले,
तेरे चेहरे जैसा,
मेरा भी खिले,
.
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