ओ,
उतरता-सा गया,
दिल में,
समाता-सा गया,
रोक न सकी,
अपने को,
टोक न सकी,
सपने को,
ख्वाबों की,
दुनिया में,
खोने-सी,
लगी,
मन-ही-मन,
उसे,
अपनाने-सी,
लगी,
बात उससे,
न.
अभी,
हुयी थी,
नज़र न,
अभी,
दो-चार,
हुयी थी,
जाता देखा था,
उसे राह पर,
दूर-से,
निगाह कर,
उसकी,
वो चाल,
कह गयी,
उसका हाल,
खोई-खोई-सी,
हो गयी,
कुलबुलाहट-सी,
हो गयी,
नीचे जा रही हूँ,
कदम उठते नहीं,
ओ कब मिलेगा,
जान सकते नहीं,
पानी लाना,
मेहमान आयें हैं,
पापा के पुराने
दोस्त आयें हैं,
बहुत दिनों बाद,
तेरे पापा से,
मिलने,
है आयें हैं,
पानी लाई,
नज़र उठाई,
वहाँ उसे,
बैठा पाई,
सहम-सी गयी,
सकपका-सी गयी,
जल्दी-से ट्रे रख,
लौट-सी गयी,
माँ ने तभी,
और बताया,
उनका सुपुत्र,
है साथ आया,
याद दिलाने,
पुराना वादा आया,
तेरे लिया,
है रिश्ता लाया,
.
उतरता-सा गया,
दिल में,
समाता-सा गया,
रोक न सकी,
अपने को,
टोक न सकी,
सपने को,
ख्वाबों की,
दुनिया में,
खोने-सी,
लगी,
मन-ही-मन,
उसे,
अपनाने-सी,
लगी,
बात उससे,
न.
अभी,
हुयी थी,
नज़र न,
अभी,
दो-चार,
हुयी थी,
जाता देखा था,
उसे राह पर,
दूर-से,
निगाह कर,
उसकी,
वो चाल,
कह गयी,
उसका हाल,
खोई-खोई-सी,
हो गयी,
कुलबुलाहट-सी,
हो गयी,
नीचे जा रही हूँ,
कदम उठते नहीं,
ओ कब मिलेगा,
जान सकते नहीं,
पानी लाना,
मेहमान आयें हैं,
पापा के पुराने
दोस्त आयें हैं,
बहुत दिनों बाद,
तेरे पापा से,
मिलने,
है आयें हैं,
पानी लाई,
नज़र उठाई,
वहाँ उसे,
बैठा पाई,
सहम-सी गयी,
सकपका-सी गयी,
जल्दी-से ट्रे रख,
लौट-सी गयी,
माँ ने तभी,
और बताया,
उनका सुपुत्र,
है साथ आया,
याद दिलाने,
पुराना वादा आया,
तेरे लिया,
है रिश्ता लाया,
.
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