शनिवार, 8 अक्तूबर 2011

कुछ तो लोग - 9



मोहनीश बहल

क्या बात हैं जनाब,
ये क्या से क्या हो गया,
वक्त के साथ-साथ,
बहुत कुछ बदल गया,

याद है आपको,
कहा था कभी,
लड़का-लड़की,
दोस्ती न कभी,

आज दोस्ती कैसे,
तब किसी ने की,
आज खुद ने की,
मन बदला कैसे,

अब रिश्ते की बात,
दोस्ती भी है दोस्त के साथ,
महसूश की ये बात,
मैंने प्यार किया उसके साथ,

एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते - मैंने प्यार किया  

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