ग़मों से दूर,
खुशियों से भरपूर,
मिला एक महबूब,
खुला यूँ नसीब,
देखते-देखते,
नज़र मिलते-मिलते,
शरमाते-शरमाते,
नज़रें चुराते,
ओठों को दबाते,
सहमते-सहमते,
कुछ न कहते,
नज़रें जब हुई चार,
.
खुशियों से भरपूर,
मिला एक महबूब,
खुला यूँ नसीब,
देखते-देखते,
नज़र मिलते-मिलते,
शरमाते-शरमाते,
नज़रें चुराते,
ओठों को दबाते,
सहमते-सहमते,
कुछ न कहते,
नज़रें जब हुई चार,
.
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