इश्क में हारे हुए के, चन्द जख्म, कुरेदते रहते हैं, न लगाते मरहम,
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ||बहुत बधाई ||
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ||
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई ||