ऐसे तो उदास न बनो, दिल के तलबगार न बनो |
गर हो गयी खता हमसे, उसे अब माफ़ करो |
ایسے تو اداس ن بنو، دل کے طلبگار ن بنو
گر ہو گیے کھاتا ہمسے، اسے اب معاف کرو
Aise To Udaas Na Bano, Dil Ke Talabgaar Na Bano.
Gar Ho Gayee Khata Hamse, Use Ab Maaf Karo.
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वाह बहुत अच्छी रचना ||
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बधाई ||
हर-हर बम-बम, बम-बम धम-धम |
तड-पत हम-हम, हर पल नम-नम ||
अक्सर गम-गम, थम-थम, अब थम |
शठ-शम शठ-शम, व्यर्थम - व्यर्थम ||
दम-ख़म, बम-बम, चट-पट हट तम |
तन तन हर-दम *समदन सम-सम || *युद्ध
*करवर पर हम, समरथ सक्षम | *विपत्ति
अनरथ कर कम, झट-पट भर दम ||
भकभक जल यम, मरदन मरहम |
हर-हर बम-बम, हर-हर बम-बम ||