मंगलवार, 19 जुलाई 2011

एक तोहफा - 3



सुगंधा मिश्रा को एक तोहफा
Sugandha Mishra


बात जज्बातों की सुरों में पिरोना |
आवाज़ से सजाना, उसको गाना |
अंदाज़ ये तुम्हारा, दिल पे छाना |
सबको है भाता तुम्हारा यूँ  गाना |

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