जज्बातों से खेला हूँ उसके पता नहीं उसका क्या हाल है ?
भूल चुका हूँ उसको पता नहीं फिर भी दिल क्यों बेहाल है ?
कुरेदती हैं यादें उसकी इस तरह दिल की चाल को |
समझ नहीं पाता हूँ अपने इस दिल के हाल को |
भूल चुका हूँ उसको पता नहीं फिर भी दिल क्यों बेहाल है ?
कुरेदती हैं यादें उसकी इस तरह दिल की चाल को |
समझ नहीं पाता हूँ अपने इस दिल के हाल को |
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